हल्दी हर रसोई में पाया जाने वाला मसाला है। जो खाने का स्वाद और रंग बढ़ाने का काम करती है। खाने के साथ ही इसके कई औषधीय गुण भी है जो विभिन्न रोगों को ठीक करने में काम आती है। ठंड में तो हल्दी का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है।
हल्दी क्या है? - (What Is Haldi in Hindi?)
हल्दी एक मसाला है और जड़ीबूटी भी है। यह करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है, जो अदरक परिवार में एक बारहमासी है। हल्दी का सबसे प्रमुख सक्रिय अंश है करक्यूमिन। करक्यूमिन हल्दी को पीला रंग देता है।
आयुर्वेदिक चिकित्सा में हल्दी का उपयोग कई वर्षों से किया जा रहा है। आयुर्वेद में इसे हरिद्रा कहते है। हल्दी भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया का पौधा है। यह एक बारहमासी पौधा है इसके पौधे में फूल आते है।
इसे २० से ३० डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान चाहिए होता है और वार्षिक वर्षा की भी अच्छी मात्रा में आवश्यकता होती है। हल्दी पाउडर का स्वाद कड़वा, गर्म, काली मिर्च जैसा होता है और इसकी सुगंध मिट्टी, सरसों जैसी होती है।
इसका विशेष तौर पर मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। खाने के साथ ही इसे सर्दी-जुकाम, त्वचा रोग व और भी तरह की बिमारियों में प्रयोग किया जाता है।
हल्दी के फायदे - (Haldi Benefits in Hindi)
हल्दी सिर्फ भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि विभिन्न तरह के शारीरिक फायदे भी प्रदान करती है। जानते है हल्दी के फायदे क्या है।
1) चोट का घाव भरने में
अगर आपको छोटी मोटी चोट लग गई है तो उस जगह पर तुरंत हल्दी लगा ले। इससे चोट पर बहने वाला खून रुक जाता है और घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है। हल्दी में घाव को जल्दी भरने के गुण होते है। यह चोट की जलन और दर्द को भी कम करने में मददगार है।
2) हाथ-पैरों का दर्द मिटाएं
हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण हाथ पैरों का दर्द मिटा देते है। कभी कभी हाथ-पैरों में दर्द होने लगता है ऐसा अक्सर ठंड के मौसम में ज्यादा होता है। तो ऐसे में आपको हल्दी का सेवन करना चाहिए आप गर्म दूध में हल्दी मिलाकर भी पी सकते है।
3) रक्त शोधन
हल्दी रक्त शोधन करने वाली होती है। रोजाना हल्दी खाने से रक्त में पाए जाने वाले विषैले तत्व शरीर से बाहर निकलते है। जिससे रक्त का बहाव भी अच्छे से होता है। रक्त पतला होने पर धमनियों में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है। इससे हृदय संबंधी समस्याएं भी नहीं होती।
4) मजबूत हड्डियां
हल्दी वाला दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती है। दूध में कैल्शियम होता है जिससे शरीर मजबूत बनता है और हल्दी में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते है। जो हड्डी से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करते है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या भी कम होती है।
5) कैंसर से बचाएं
कच्ची हल्दी में करक्यूमिन तत्व पाए जाते है जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को बढ़ने से रोकते है। कच्ची हल्दी में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते है। कच्ची हल्दी पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को कम करने में सहायक होती है। इस बात पर ध्यान देना जरुरी है की कच्ची हल्दी से कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है लेकिन इसे कैंसर का इलाज नहीं कह सकते।
6) पाचन सुधारे
पाचन संबंधित समस्या होने पर कच्ची हल्दी खाना चाहिए हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन पेट और पाचन की परेशानियों को ठीक करता है। करक्यूमिन में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते है जिससे पाचन में सुधार होता है। डायरिया, अपच, गैस होने पर कच्ची हल्दी को पानी में उबाले और इसे पिएं।
7) लिवर रहे स्वस्थ
लिवर से संबंधित समस्या में कच्ची हल्दी फायदेमंद रहती है। कच्ची हल्दी का अचार, चटनी या किसी ना किसी रूप में सेवन जरूर करे। फैटी लिवर डिजीज, लिवर की विषाक्तता, लिवर सिरोसिस की बिमारियों में कच्ची हल्दी का सेवन करना लाभदायक होता है। लिवर से जुड़ी बीमारी के मरीजों को हल्दी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए।
8) अर्थराइटिस-ज्वाइंट्स पेन
अर्थराइटिस की समस्या या जोड़ों में दर्द की समस्या है तो इससे निजात पाने के लिए हल्दी का सेवन करे। हल्दी का सत का सेवन करने से अर्थराइटिस के लक्षणों में जैसे: दर्द, सूजन को कम करने में मदद करता है। शरीर में किसी जगह पर दर्द या सूजन है तो हल्दी का लेप लगाने से आराम मिलता है।
9) पायरिया में
पायरिया होने पर हल्दी में सरसों का तेल मिलाकर मसूड़ों पर मालिश करने से लाभ मिलता है। मसूड़ों पर मालिश करने के बाद गर्म पानी से कुल्ला करे आपको फायदा होगा।
10) मुँह के छालें
पाचन क्रिया खराब होने की वजह से मुँह में छाले हो जाते है। हल्दी में उष्ण गुण होते है। जिससे पाचकाग्नि को ठीक करने में मदद मिलती है। हल्दी मुँह के छालों को जल्द ही ठीक कर देती है।
11) रंगत निखारे
चेहरे की रंगत निखारने में हल्दी का सालों से प्रयोग किया जाता रहा है। हल्दी चेहरे की रंगत को बढ़ा देती है और चेहरे के कील मुहाँसे, दाग - धब्बों को कम कर देती है। हल्दी को अपने उबटन में मिलाकर लगाएं।
10) सिर की फुंसियों
सिर में फुंसियां होने पर हल्दी और त्रिफला, नीम और चन्दन को पीसकर सिर पर मालिश करें।
11) कान बहने में आराम
कान के बहने में आराम पाने के लिए पानी में हल्दी डालकर उबाले छानकर इसे कान में डालें।
12) गले की खराश
गले की खराश दूर करने के लिए हल्दी, यवक्षार और चित्रक के २-५ ग्राम चूर्ण लें एक चम्मच शहद के साथ इसका सेवन करें
13) दाद खुजली में
त्वचा पर दाद खुजली हो गई है तो खुजली वाली जगह पर हल्दी का लेप लगाएं।
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हल्दी दूध के फायदे - (Haldi Milk Benefits)
बहुत से लोगों को हल्दी का दूध शायद अच्छा नहीं लगता होगा लेकिन जब आप हल्दी का दूध पीने के फायदे जान जाएंगे तो आप भी इसे पीने पर मजबूर हो जाएंगे।
1) सर्दी-जुकाम से छुटकारा
अगर सर्दी-जुकाम हो गया है तो हल्दी वाला दूध पीना चाहिए। रात को सोने के पहले एक ग्लास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। ठंड के दिनों में हल्दी दूध बहुत फायदेमंद होता है। यह गले में जम रहे कफ को भी बाहर निकालने में मदद करता है।
2) अच्छी नींद में मदद
बहुत से लोगों को रात में नींद नहीं आती है। रात में नींद पूरी नहीं होने के कारण इंसान के दिमाग पर बुरा असर होता है। हल्दी वाला दूध पीने से नींद नहीं आने की समस्या दूर हो जाती है। इसलिए रात में दूध में हल्दी मिलाकर पीकर सोएं।
3) ब्लड शुगर में लाभ
ब्लड में जब शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है तो डायबिटीज की बीमारी हो जाती है। हल्दी वाले दूध का सेवन करने से शुगर लेवल कम होता है। लेकिन ज्यादा सेवन करने से रक्त में शुगर की निर्धारित मात्रा में कमी हो जाती है।
4) शरीर सुडौल बनता है
दूध में हल्दी मिलाकर पीने से शरीर सुडौल बनता है। १ ग्लास दूध में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर सुबह के समय पिएं। इससे शरीर का फैट कम होता है। यह वजन कम करने में सहायक होते है।
5) पेट का अल्सर
हल्दी में हीलिंग गुण होते है जो पेट के अल्सर को ठीक करती है। खराब पाचन भी पेट में अल्सर की समस्या का कारण बनता है। इसके लिए हल्दी वाला दूध पिएं।
हल्दी का उपयोग कैसे करें - (How to Use Haldi)
हल्दी का सेवन करने के लिए आप इसके सप्लीमेंट्स भी ले सकते है या इसे मसाले के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं।
करक्यूमिन, सप्लीमेंट्स के रूप में बेहतरीन है। अगर आप इसे मसाले के रूप में खाना चाहते है तो इसे बहुत सी तरह से प्रयोग कर सकते है।
आपको सप्लीमेंट्स नहीं लेना है तो हल्दी को खाना पकाने में इस्तेमाल कर सकते है।
- भुनी हुई सब्जियां
- तले हुए अंडे
- स्मूदी
- हल्दी दूध
- सूप
- चावल
आप अपने व्यंजनों में हल्दी का उपयोग कर सकते हैं।
हल्दी की सामान्य ख़ुराक - (Dosages of Haldi in Hindi)
सामान्यतः १ से २ ग्राम हल्दी का रोज सेवन कर सकते है। यदि आप किसी बीमारी में हल्दी का उपयोग कर रहे है तो पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
हल्दी के साइड इफेक्ट Side Effects of Haldi
हल्दी और करक्यूमिन का सेवन करना फायदेमंद ही होता है लेकिन यह कुछ मामलों में नुकसानदायक भी हो सकती है। ज्यादा मात्रा में हल्दी लेने से संभावित जोखिम हो सकते है।
बहुत से हल्दी पाउडर में सीसा की उच्च मात्रा होती है। जो की एक भारी धातु है और विशेष रूप से तंत्रिका तंत्र के लिए विषाक्त है।
हल्दी में २% ऑक्सालेट होता है। इसकी ज्यादा खुराक से पूर्वनिर्धारित व्यक्तियों में गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ सकता है।
गेहूं, जौ या राई के आटे वाली हल्दी का सेवन करने से ग्लूटेन असहिष्णुता या सीलिएक रोग वाले लोगों में प्रतिकूल लक्षण दिखाई दे सकते है।
सभी हल्दी पाउडर शुद्ध नहीं होते हैं। कुछ सस्ते होते है और कुछ जहरीले तत्वों के साथ मिलावटी होते हैं जिसमें मिलावट होती है। इस तरह की मिलावटी हल्दी वाला दूध पीने से स्वास्थ्य पर खतरा हो सकता है। तो हल्दी वाला दूध के नुकसान से बचने के लिए सही हल्दी का चुनाव करे।
अगर हल्दी में मेटानिल येलो मिला हुआ हो तो यह स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है इसे एसिड येलो भी कहते है। इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से मेटानिल पीला कैंसर और तंत्रिका संबंधी क्षति हो सकती है।
निष्कर्ष
हल्दी दूध के फायदे और नुकसान आपने जाने। आप भी हल्दी का सेवन करके इन फायदों को प्राप्त कर सकते है। हल्दी बहुत ही गुणकारी औषधि है जो कई तरह के रोगों से बचाती है। इसलिए प्राचीन समय से हल्दी का बहुत सो चीजों में प्रयोग किया जाता रहा है।