कभी - कभी अचानक से कान में दर्द उठने लगता है जो की बहुत असहनीय होता है। यह वैसे तो आम समस्या है पर तकलीफ बढ़ने पर कान दर्द मुसीबत का कारण बन सकता है। कान में सूजन, गंदगी या संक्रमण की वजह से भी कान दर्द होता है।
कान दर्द का रामबाण इलाज - Home Remedies for Ear Pain in Hindi
इसके लिए कान में दर्द का घरेलू उपाय करने से भी आराम मिलता है।
1) ठंडा या गर्म कंप्रेस -
कान दर्द में राहत के लिए आइस पैक या वार्म कंप्रेस का इस्तेमाल भी कर सकते है। बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए यह विधि सुरक्षित है। आइस पैक या वार्म कंप्रेस को १० मिनट तक कान के ऊपर रखें ठंडा या गर्म दोनों में से आप जो भी पसंद करते है उस सेक का उपयोग करे।
2) पवित्र तुलसी -
तुलसी की पत्तियों में एंटीऑक्सिडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण मौजूद होते है। यह कान दर्द के साथ कान के संक्रमण को दूर करने में भी सहायक है। तुलसी की पत्तियों को पीसकर उसके रस को छाने एक से दो बूंद कान में डालें।
3) जैतून तेल -
जैतून के तेल को गर्म करके हल्का गुनगुना होने पर कान में डालने से आराम मिलता है। इसके पहले आप डॉक्टर से चर्चा करे। कान में जैतून के तेल की २ बून्द डाले।
4) प्याज का रस -
प्याज का रस भी कान दर्द में राहत पहुँचाता है। एक चम्मच प्याज के रस को गर्म कर लें और गुनगुना होने पर २ - ३ बून्द कान में डाले आपको आराम होगा।
5) लहसुन -
यह एक लोकप्रिय उपचार है जो कान दर्द में आराम देता है। लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है। कान के दर्द के साथ ही कान की सूजन को भी कम करने में यह सहायक है।
6) बेल -
इस उपाय के लिए बेल के पेड़ की जड़ लेना है और उसे नीम के तेल में डुबाकर जला लें। इसमें से तेल रिसेगा उसे कान में डालना है। इससे कान का दर्द और संक्रमण दोनों दूर होगा।
7) ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक -
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और एक्यूट ओटिटिस मीडिया यह दर्दनाक प्रकार के कान का संक्रमण है। इससे जुड़े दर्द को कम करने के लिए इबुप्रोफेन और एसिटामिनोफेन दर्द निवारक का सुझाव देता है। लेबल पर खुराक के निर्देशों का पालन जरूर करे। बच्चों को देने के पहले डॉक्टर से उचित खुराक के बारे में बात करे।
8) लौंग -
इसमें दर्द से राहत और सूजन को कम करने के गुण होते हैं। यह कान के संक्रमण और कान के दर्द का इलाज करने में मदद करते हैं। लौंग को तिल के तेल में डालकर भुने और ठंडा होने दे। इसे छानकर गुनगुने तेल की १ से २ बून्द कान में डाले।
प्रभावी रूप से राहत पाने के लिए तीन दिनों तक ३ से ४ बार यह उपाय करे।
9) टी ट्री ऑयल -
इसे प्राकृतिक उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है। इस तेल में जीवाणुरोधी, एंटीसेप्टिक और एंटिफंगल गुण होते हैं। जो कान के दर्द के लिए बढ़िया उपचार है। यह तेल ऑनलाइन और ऑफलाइन मिल जाएगा। किसी भी स्टोर पर आपको यह आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। इसका इस्तेमाल तिल का तेल, नारियल का तेल या जैतून के तेल में मिलाकर करें।
10) आम के पत्ते -
कान के दर्द में आम के पत्ते भी इस्तेमाल किये जाते है। आम के ताजा पत्तों को पीस लें और इसका रस निकाल ले। इसके रस की ३ से ४ बूंदों को कान में डाले। इससे कान में होने वाले दर्द में आराम मिलेगा।
11) नीम -
नीम में संक्रमण को दूर करने के गुण पाए जाते है। इसे कान के दर्द की दवा के रूप में जाना जाता है। नीम की पत्तियों को पीस ले अब इसका रस निकाल ले। इस रस की २ - ३ बुँदे कान में डाले यह कान के संक्रमण, खुजली और दर्द को ठीक करता है।
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कान दर्द के कुछ अन्य उपाय - Other Ways to Treat Ear Pain in Hindi
- प्राकृतिक चिकित्सा में ईयरड्रॉप हर्बल अर्क से बनाई जाती हैं। यह ऑनलाइन और कुछ दवा स्टोर में मिल जाती है। यह भी कान दर्द में आराम देती है।
- कान पर दबाव डाले बिना सोएं। यह कान दर्द को बढ़ाने से रोकने में मददगार है। दर्द से प्रभावित कान को तकिये पर ना रखे।
- गर्दन का व्यायाम करे। कान नहर में दबाव से भी कान दर्द होता है। इस दबाव को दूर करने के लिए गर्दन की कसरत करे।
- ध्यान भटकाएं इससे हल्का कान दर्द ठीक करने में मदद मिलेगी। पसंदीदा फिल्म देखे, पसंदीदा खाना खाएं, फोन या टैबलेट पर गेम खेले। ध्यान केंद्रित करने के लिए अन्य चीजें खोजें।
निष्कर्ष :
ऊपर बताये गए उपायों को करके कान दर्द से छुटकारा पा सकते है। कान दर्द को हल्के में ना ले। अगर दर्द लगातार बना हुआ है और ३ से ४ दिन के बाद भी ठीक नहीं हो रहा है तो डॉक्टर को दिखाएँ।